फिश करी रेसिपी इन हिंदी Fish Curry recipe in Hindi: मछली की बहुत सारी डिशेस बनती है उसमेसे एक फिश करी डिश है. मछली की अन्य डिशेस की तरह यह भी स्वादिष्ट होती है. मछली को ग्रेवी मे पकानेवाले तरीके को फिश करी रेसिपी fish curry recipe कहते है. लगभग पुर भारत में आप होटलोमे, ढाबा और रेस्टोरेंट में जाकर इसे खा सकते है. यह आसानी से मिल जाती है. इस से आप अनुमान लगा सकते है के यह भारत में कितनी फेमस है.
आम तोर पर मछली करी को बंगाली डिश कहा जाता है. लेकिन हकीकत यह है के पुरे भारत के समुद्र के किनारे पर रहनेवाले लोग इसी तरह नदियोंके किनारोपर रहनेवाले लोग इसे बनाते है. और बहूत ही शौकसे खाते है. इनके अलावा इस मसालेदार फिश करी को दूसरे खाने के शौकीन लोगभी पसंद करते है. नॉनवेज खानेवालों केलिए यह एक बेहतरीन डिश है.
फिश करी रेसिपी बहुत ही सिंपल और आसान फिश रेसिपी है. मछली और कुछ घरेलू मसालोंसे यह बन जाति है. यह बहुत ही कम समय मे बन जाती है क्योंकि मछली बहुत ही आसानी से पक जाती है. आप इसे अपने घरपर बना सकते है. आप इसे हमारी इस फिश करी रेसिपी इन हिंदी Fish Curry recipe in Hindi की सहायता से बनाइए. और इसके स्वादका आनंद लीजिए.
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फिश करी रेसिपी सामग्री
- 500 ग्राम मछली/फिश
- 2 प्याज़ कटी हुई
- 2 छोटा चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट
- 1 छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर
- ½ छोटा चम्मच कश्मीरी लाल मिर्च का पाउडर
- 2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर
- 2 छोटा चम्मच धनिया पाउडर
- 1½ कप टमाटर प्यूरी
- 2 छोटा चम्मच नींबू का रस
- 2 छोटा चम्मच जीरा
- ½ चम्मच गरम मसाला
- 1 कप हरा धनिया
- 2 तेज़पत्ता
- तेल जरूरत के अनुसार
- नमक स्वादानुसार
नोट: आप अपनी पसंद केअनुसार, मिर्च पाउडर की मात्रा तेज़ पसंद करते है तो बढ़ा सकते है या तेज़ पसंद न हो तो घटा सकते है.
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फिश करी बनाने की विधि
- प्रथम, मछली के टुकड़ों को साफ पानी से धो लें.
- उसके बाद मछली के टुकड़ों को नींबू का रस, हल्दी पावडर और नमक मिलाकर लगा लें.
- अब 15 -20 मिनट मैरिनेट करने के लिए इसे एक साइड में रख दें.
- मछली के टुकड़े मैरिनेट होनेतक आप प्याज़, टमाटर और हरे धनिया के पत्तों को बारीक काट लें.
- 15 -20 मिनट के बाद गैस चालु करके उसपर पैन रख दें.
- पैन में थोड़ा तेल डालकर आंच मीडियम कर लें.
- मीडियम आंच पर तेल गर्म हो जाने के बाद मछली के दुकड़े डालकर फ्राई कर लें.
- इस बीच मछली के टुकडोंको अलट पलट करते रहें.
- मछली के टुकडोंको का कलर जब हल्का सुनहरा हो जाए तब उनको को प्लेट में निकाल कर अलग रख लें.
- सब टुकडे तलकर होने केबाद थोड़ा तेल मिलाकर मीडियम आंच पर गर्म कर लें.
- तेल के गर्म होने केबाद उसमे में जीरा और तेज पत्ता डालिए और उसे चटकने तक भून लें.
- उस केबाद कटी हुई प्याज डालकर उसे सुनहरा होने तक भून लें.
- थोड़ी देर में प्याज़ नरम हो जाएगा तब अदरक लहसुन का पेस्ट डाल लें.
- इसे मिलाते हुए 1 – 2 मिनट पका लें.
- पकने के बाद इसमें मिर्च पाउडर, अदरक लहसुन का पेस्ट, हल्दी पाउडर, कश्मीरी मिर्च पाउडर, टमाटर प्यूरी, और धनिया पाउडर डालकर मिक्स कर लें.
- अब इसे तेल मसाले से अलग होक्र किनारों से दिखाई देने तक पका लें.
- उसके बाद इसमें आवश्यकता नुसार ग्रेवी केलिए पानी मिला लें.
- अब इसमें गरम मसाला पाउडर डालकर उसे मिक्स कर लें.
- उसकेबाद उसमे हरा धनिया पत्ती डालें और उन्हें ग्रेवी में मिला लें.
- ग्रेवी में उबाल आने का इंतजार करें और उबाल आने केबाद तली हुई मछली के पीसेस ग्रेवी में डालकर मिला लें.
- गैस की आंच धीमी कर लें और ग्रेवी गाड़ी करने केलिए 7 – 8 मिनट पकने दें.
- पककर ग्रेवी गाढ़ी होने केबाद गैस बंद कर लें.
- आपकी फिश करी बनकर परोसने के लिए तैयार है.
- इसे गरमा गरम पराठा, रोटी, जीरा चावल या साधा चावल के साथ परोसें.
सुझाव
- मसाला और अदरक लहसन का पेस्ट भूनते वक्त इस बात का ख्याल रखे कि वह ज्यादा ना भुना जाए. ज्यादा भुननेपर आपकी फिश करी कड़वी हो जाएगी.
- इस रेसिपी में हमने गरम मसाला पाउडर इस्तेमाल किया है, आप चाहे तो इसे इस्तेमाल नहीं भी कर सकते है.
- मछली धोने के बाद उसपर नींबू का रस लगाना न भुलें इसके लगानेसे उसका स्वाद भी बढ जाता है और बदबू भी चली जाती है.
- कांटे वाली फिश खानेमे बच्चोंको दिक्कत होती है. इसलिए अगर आप अपनी फॅमिली केलिए बना रहे है तो हो सके तो आप बोनलेस या कम कांटे वाली मछली के टुकड़े इस्तेमाल करें जिस से से बच्चे भी इसे आसानीसे खा सके.
- मछली का चयन करते वक्त स्वास्थ्यप्रद healthiest मछली का चयन करे. इससे आपको दोहरा फायदा होगा, स्वाद के साथ साथ स्वास्थ्य लाभ भी होगा.
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FAQs
कौन सी भारतीय मछली स्वादिष्ट है?
हल्के स्वाद और विशिष्ट गुलाबी से नारंगी मांस के लिए प्रसिद्ध रावस जिसे गुर्जली भी कहा जाता है, भारत की बहुत स्वादिष्ट और लोकप्रिय मछली है. यह विटामिन से भरपूर तैलीय मछली है जिसमे ओमेगा -3 फैटी एसिड भी अच्छी मात्रा मे पाया जाता है.
भारत में कौन सी मछली स्वास्थ्यप्रद healthiest है?
लोकप्रिय सुरमई मछली भारत की सबसे जियादा स्वास्थ्यप्रद healthiest मछली है. इसमे बड़ी मात्रा मे प्रोटीन पाया जाता है. इसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड भी बड़ी बड़ी मात्रा मे होता है. इसके सेवन से हृदय रोगों का जोखिम कम होता है और कैंसर से भी बचा जा सकता है.
भारत में कौन सी मछली बहुत महंगी है?
घोल मछली जिसे सी गोल्ड भी कहते है, भारत की सबसे महंगी मछली की किस्मों में से एक है.
किस मछली में ज्यादा प्रोटीन होता है?
उच्च प्रोटीन मछली की व्यावसायिक रूप से उपलब्ध सूची में ताज़ी टूना मछली पहले क्रमांक पर है. ताजा टूना मछली में प्रति ग्राम किसीभी सीफूड के तुलनामे सबसे अधिक प्रोटीन होता है. वजन के हिसाब से 100 ग्राम सर्विंग में 30.7 ग्राम प्रोटीन सबसे अधिक प्रोटीन होता है.
क्या फिश करी सेहत के लिए अच्छी है?
मछली खानेसे हमें कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं. जैसे ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण हृदय स्वास्थ्य के लिए कुछ मछली बहुत अच्छी है. इसके सेवन से हार्मोनल असंतुलनमें मदद मिलती है. सुरमई मछली खानेसे कैंसर होनेकी संभावना काम हो जाती है. मछली खाना महिलाओं के हड्डियों के स्वास्थ्य में मदद करता है.
क्या मछली मटन से ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक है?
आम तौर पर मटन में कोलेस्ट्रॉल और (saturated fat) खराब फैट्स होता है. जिन के वजह से शरीरमे कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. और कोलेस्ट्रॉल हृदय रोग मे हानिकारक होता है. मटन के तुलना में मछली में (saturated fat) खराब फैट्स कम होता है. मछली में ओमेगा -3 फैटी एसिड होता है जो हृदय, आंख और मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है.
करी के लिए कौन सी बोनलेस boneless मछली अच्छी होती है?
रावस मछली के फ़िललेट्स या क्यूब्स दोनों भी बोनलेस होते हैं. इन्हें हम फिश करी बनानेमें इस्तेमाल कर सकते है.
मछली पर नींबू का रस क्यों लगाते हैं?
पकाने से पहले मछली पर नींबू का रस लगानेसे नींबू का खट्टापन आये बगैर वह अधिक स्वादिष्ट हो जाती है.
फिश करी को गाढ़ा कैसे करें?
फिश करी को दो प्रकार से गाढ़ा बनाया जा सकता है. ग्रेवी को उबाल कर कम करे तो करी गाढ़ा हो जाएगी. हालांकि रेसिपी में यह आदर्श तरीका नहीं है. दूसरा तरीका थिकनर का उपयोग करके करी को गाढ़ा करना है. ग्रेवी पतली हो गई हो तो उसमे कॉर्नफ्लोर डालकर पकाना चाहिए और उसके बाद मछली के टुकड़े डालकर पकाना चाहिए. इसप्रकारसे फिश करी गाढ़ा हो जाएगी.
आपको कैसे पता चलेगा कि करी में मछली कब पक गई है?
मछली फिश पक गई हैयह जाननेका सबसे आसान और अच्छा तरीका यह है कि मछली के सबसे मोटे हिस्सेपर एक कांटे से धीरे से घुमाकर देख लें. मछली पक गई होगी तो अपना कच्चापन खोदेगी और आसानी से झड़ जाएगी.
फिश करी कड़वी कब बनती है?
मसाले या लहसुन या मसाले और लहसुन जल जानेपर फिश करी कड़वी हो जाती है. इसी तरह अगर आपने फिश करी बनानेमें मेथी का इस्तेमाल किया है तो मेथी ज्यादा मात्रा में डाली गई तो भी फिश करी कड़वी हो जाती है.
हमारे द्वारा सुझाई गई रेसिपीज
आशा है कि आपको मेरी अन्य मछली पकवान और अन्य व्यंजनों जैसे फिश पकोरा, फिश फ्राई रेसिपी, फिश कबाब रेसिपी, मटन करी और चिकन सीख कबाब पसंद होंगे। इसके अलावा, आप मेरे अन्य प्रकार के व्यंजनों को भी देख सकते हैं.
फिश करी (Marathi)
फिश करी रेसिपी इन मराठी fish curry recipe in marathi: अनेक फिश डिश आहेत त्यापैकी एक फिश करी डिश आहे. इतर माशांच्या डिश प्रमाणे, ही देखील स्वादिष्ट आहे. ग्रेव्हीमध्ये मासे शिजवण्याच्या पद्धतीला फिश करी रेसिपी fish curry recipe म्हणतात. हॉटेल्स, ढाबे आणि रेस्टॉरंटमध्ये जाऊन तुम्ही जवळपास संपूर्ण भारतात ही खाऊ शकता. ती सहज उपलब्ध असते. यावरून तुम्ही अंदाज लावू शकता की ती भारतात किती प्रसिद्ध आहे.
फिश करीचा सामान्यतः बंगाली डिशम्हणून उल्लेख केला जातो. पण वस्तुस्थिती अशी आहे की संपूर्ण भारतातील समुद्रकिनारी राहणारे लोक तसेच नद्यांच्या काठावर राहणारे लोक ही डीश बनवतात. आणि खूप आवडीने खातात.. या शिवाय इतर खाद्यपदार्थांच्या शौकीन लोकांनाही ही मसालेदार फिश करी आवडते. नॉनव्हेज खाणाऱ्यांसाठी ही एक उत्तम डिश आहे.
फिश करी रेसिपी ही अतिशय साधी आणि सोपी फिश रेसिपी आहे. ही मासे आणि काही घरगुती मसाल्यापासून बनवली जाते. तसेच फार कमी वेळात तयार होते कारण मासे अगदी सहज शिजतात. तुम्ही ही डीश तुमच्या घरी बनवू शकता. तुम्ही आमच्या फिश करी रेसिपी इन मराठी Fish curry recipe in Marathi रेसिपीच्या मदतीने बनवा. आणि त्याचा आस्वाद घ्या.
फिश करी रेसिपी साहित्य
- 500 ग्रॅम मासे / फिश
- 2 कांदे चिरून
- 2 टीस्पून आले लसूण पेस्ट
- 1 टीस्पून लाल तिखट
- ½ टीस्पून काश्मिरी लाल तिखट
- 2 टीस्पून हळद पावडर
- 2 टीस्पून धने पावडर
- 1½ कप टोमॅटो प्युरी
- 2 टीस्पून लिंबाचा रस
- 2 टीस्पून जिरे
- ½ टीस्पून गरम मसाला
- 1 वाटी हिरवी कोथिंबीर
- 2 तमालपत्र
- आवश्यकतेनुसार तेल
- चवीनुसार मीठ
सूचना: तुम्हाला चटपटीत (तिखट) आवडत असल्यास मिरची पावडरचे प्रमाण तुमच्या आवडीनुसार वाढवू शकता किंवा तिखट आवडत नसल्यास कमी करू शकता.
फिश करी रेसिपी
- प्रथम, माशाचे तुकडे स्वच्छ पाण्याने धुवा.
- त्यानंतर माशांच्या तुकड्यांवर लिंबाचा रस, हळद आणि मीठ लावा.
- आता 15-20 मिनिटे मॅरीनेट करण्यासाठी बाजूला ठेवा.
- माशांचे तुकडे मॅरीनेट होईपर्यंत कांदा, टोमॅटो आणि हिरवी कोथिंबीर बारीक कापून घ्या.
- 15-20 मिनिटांनी गॅस चालू करा आणि त्यावर पैन ठेवा.
- पैन मधे थोडे तेल टाकून आच मध्यम करा.
- मध्यम आचेवर तेल गरम झाल्यावर त्यात माशाचे तुकडे टाकून तळून घ्या.
- दरम्यान, माशाचे तुकडे उलटे करत रहा.
- माशांच्या तुकड्यांचा रंग हलका सोनेरी झाल्यावर ताटात काढून अलगद ठेवा.
- सर्व तुकडे तळल्यावर थोडे तेल टाकून मध्यम आचेवर गरम करा.
- तेल गरम झाल्यावर त्यात जिरे आणि तमालपत्र टाका आणि तडतडत नाही तोपर्यंत तळा.
- त्यानंतर चिरलेला कांदा घालून सोनेरी होईपर्यंत परता.
- काही वेळाने कांदा मऊ होईल, त्यात आले लसूण पेस्ट घाला.
- ते मिक्स करून, 1-2 मिनिटे शिजवा.
- शिजल्यानंतर त्यात मिरची पावडर, आले लसूण पेस्ट, हळद, काश्मिरी मिरची पावडर, टोमॅटो प्युरी, मीठ आणि धने पावडर घालून मिक्स करा.
- आता तेल आणि मसाल्यापासून वेगळे कड्यावरून दिसेपर्यंत शिजवा.
- त्यानंतर ग्रेव्हीसाठी आवश्यकतेनुसार पाणी घाला.
- आता त्यात गरम मसाला पावडर घालून मिक्स करा.
- त्यानंतर हिरवी कोथिंबीर टाकून ग्रेव्हीमध्ये मिक्स करा.
- ग्रेव्ही उकळण्याची प्रतीक्षा करा आणि उकळल्यानंतर तळलेल्या माशाचे तुकडे ग्रेव्हीमध्ये टाका आणि मिसळा.
- गॅसची आग कमी करा आणि ग्रेव्हीला 7-8 मिनिटे शिजू द्या.
- ग्रेव्ही गाढ झाल्यावर गॅस बंद करा.
- तुमची फिश करी सर्व्ह करण्यासाठी तयार आहे.
- गरमागरम पराठा, रोटी, जिरा भात किंवा साधा भातासोबत सर्व्ह करा.
सूचना
- मसाले आणि आले लसूण यांची पेस्ट भाजताना ती जास्त भाजली जाऊ नये याची काळजी घ्या. जास्त भाजल्यास तुमची फिश करी कडू होईल.
- आम्ही या रेसिपीमध्ये गरम मसाला पावडर वापरली आहे, आपण इच्छित असल्यास ते वगळू शकता.
- मासे धुतल्यानंतर त्यावर लिंबाचा रस लावायला विसरू नका, लिंबाचा रस लावल्याने त्याची चवही वाढते आणि वासही निघून जातो.
- मुलांना काटेरी मासे खायला त्रास होतो. म्हणूनच, जर तुम्ही तुमच्या कुटुंबासाठी हे बनवत असाल, तर शक्य असल्यास, काटे नसलेले किंवा कमी काटेरी माशांचे तुकडे वापरा जेणेकरून लहान मुले देखील ते सहज खातील.
- मासे निवडताना सर्वात आरोग्यदायी मासे निवडा. यामुळे तुम्हाला दुहेरी फायदा होईल, चवीसोबतच याचे आरोग्यदायी फायदेही होतील.
FAQs
कोणता भारतीय मासा स्वादिष्ट आहे?
सौम्य चव आणि विशिष्ट गुलाबी ते नारिंगी मांसासाठी ओळखला जाणारा, रावस, हा भारतातील एक अतिशय चवदार आणि लोकप्रिय मासा आहे. हा एक तेलकट मासा आहे ज्यामध्ये भरपूर जीवनसत्त्वे असतात, ज्यामध्ये ओमेगा -3 फॅटी ऍसिड देखील चांगल्या प्रमाणात आढळतात.
भारतातील कोणता मासा सर्वात आरोग्यदायी healthiest आहे?
लोकप्रिय सुरमई मासा हा भारतातील सर्वात आरोग्यदायी healthiest मासा आहे. यामध्ये मोठ्या प्रमाणात प्रथिने आढळतात. त्यात ओमेगा ३ फॅटी ऍसिडही मोठ्या प्रमाणात असते. याच्या सेवनाने हृदयविकाराचा धोका कमी होतो आणि कर्करोगही टाळता येतो.
भारतात कोणता मासा खूप महाग आहे?
घोळ मासा, ज्याला सी गोल्ड असेही म्हणतात, हा भारतातील सर्वात महाग माशांच्या जातींपैकी एक आहे.
कोणत्या माशात जास्त प्रथिने असतात?
उच्च प्रथिन माशांच्या व्यावसायिकदृष्ट्या उपलब्ध यादीमध्ये ताज्या ट्यूना माशाचा पहिला क्रमांक लागतो. ताज्या ट्यूना माशांमध्ये कोणत्याही सीफूडमध्ये प्रति ग्रॅम सर्वाधिक प्रथिने असतात. सर्व्हिंगमध्ये वजनानुसार सर्वाधिक प्रथिने, 30.7 ग्रॅम प्रथिने 100 ग्रॅम असतात.
फिश करी आरोग्यासाठी चांगली आहे का?
मासे खाल्ल्याने आपल्याला अनेक आरोग्य फायदे मिळतात. ओमेगा 3 फॅटी ऍसिडमध्ये समृद्ध असल्याप्रमाणे, काही मासे हृदयाच्या आरोग्यासाठी खूप चांगले असतात. याच्या वापराने हार्मोनल संतुलन होण्यास मदत होते. सुरमई मासे खाल्ल्याने कर्करोग होण्याची शक्यता कमी होते. मासे खाल्ल्याने महिलांच्या हाडांचे आरोग्य चांगले राहते.
मटणापेक्षा मासे आरोग्यदायी आहेत का?
साधारणपणे, मटणात कोलेस्टेरॉल आणि (सॅच्युरेटेड फॅट) खराब फॅट्स असतात. त्यामुळे शरीरातील कोलेस्टेरॉल वाढते. आणि हृदयविकारात कोलेस्टेरॉल हानिकारक आहे. मटणाच्या तुलनेत खराब चरबी (सॅच्युरेटेड फॅट) माशांमध्ये कमी असते. माशांमध्ये ओमेगा-३ फॅटी ऍसिड असते जे हृदय, डोळे आणि मेंदूच्या आरोग्यासाठी फायदेशीर असते.
करीसाठी कोणता बोनलेस (कांटे नसलेला) मासा चांगला आहे?
रावस फिश फिलेट्स किंवा क्यूब्स दोन्हीही हाडेविरहित असतात. त्यांचा वापर आपण फिश करी बनवण्यासाठी करू शकतो.
लिंबाचा रस माशांना का लावला जातो?
शिजण्यापूर्वी माशांवर लिंबाचा रस लावल्यास लिंबाचा आंबटपणा न येता ते अधिक चवदार बनतात आणि वास हि जाते.
फिश करी पातळ झाल्यास गाढ कशी होईल?
फिश करी दोन प्रकारे घट्ट करता येते. ग्रेव्हीला उकळी आल्यास करी घट्ट होईल. पण ही रेसिपीमध्ये आदर्श पद्धत नाही. दुसरा मार्ग म्हणजे थिकनर वापरून करी घट्ट करणे. ग्रेव्ही पातळ झाली असेल तर त्यात कॉर्नफ्लोअर टाकून नंतर माशाचे तुकडे शिजवून घ्यावेत. अशा प्रकारे फिश करी घट्ट होईल.
फिश करी मध्ये मासे कधी शिजले हे कसे कळते?
मासे शिजले आहेत की नाही हे जाणून घेण्याचा सर्वात सोपा आणि उत्तम मार्ग म्हणजे माशाच्या जाड भागावर काट्याने टोचून हळूवारपणे हलवावे. मासे शिजले तर त्याचा कच्चापणा निघून गेलेला असतो.
फिश करी कडू केव्हा होते?
मसाले किंवा लसूण किंवा मसाले आणि लसूण जळल्यास फिश करी कडू होते. त्याचप्रमाणे जर तुम्ही फिश करी बनवताना मेथीचा वापर केला असेल तर मेथी जास्त घातली तरी फिश करी कडू होते.
आपल्यासाठी इतर रेसिपी
आशा आहे की तुम्हाला माझ्या इतर रेसिपीज जसे, फिश पकोरा रेसिपी, फिश कबाब रेसिपी, फिश फ्राई रेसिपी, मटन करी रेसिपी आणि चिकन सीख कबाब रेसिपी यासारख्या माझ्या रेसिपी तुम्हाला आवडतील अशी आशा आहे. या व्यतिरिक्त आपण माझ्या इतर प्रकारच्या पाककृती देखील पाहू शकता,